एक हालिया बातचीत में, सलमान खान ने गोविंदा को अपने समय का सबसे उत्कृष्ट अभिनेता करार दिया। दोनों का करियर लगभग समान समय पर शुरू हुआ और दोनों ने सुपरस्टार बनने में सफलता प्राप्त की। गोविंदा भले ही लंबे समय से फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं, लेकिन सलमान आज भी बॉलीवुड में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। एक समय था जब गोविंदा लगातार हिट फिल्में दे रहे थे, तब सलमान ने उन्हें फोन करके काम मांगा। एक दशक बाद, जब गोविंदा की स्थिति भी ऐसी ही हो गई, तब सलमान ने उनकी मदद की।
गोविंदा ने क्यों छोड़ी 'जुड़वा'?
सलमान खान की 1997 में रिलीज़ हुई फिल्म 'जुड़वा' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया। इस फिल्म में सलमान ने डबल रोल निभाकर दर्शकों का दिल जीत लिया। लेकिन इससे पहले, गोविंदा इस फिल्म का हिस्सा बनने वाले थे, और वह समय गोविंदा का करियर का सुनहरा दौर था। गोविंदा ने एक इंटरव्यू में बताया कि एक रात, लगभग 2-3 बजे, सलमान ने उन्हें फोन किया और पूछा कि वह कितनी हिट फिल्में देंगे। सलमान ने उनसे अनुरोध किया कि वह 'जुड़वा' फिल्म उन्हें दे दें। इसके बाद, गोविंदा ने वह फिल्म सलमान को सौंप दी।
सलमान ने गोविंदा की मदद कैसे की?
जैसे-जैसे समय बीता, गोविंदा का करियर ढलान पर चला गया। वह काम की कमी से जूझने लगे, जबकि सलमान लगातार हिट फिल्में दे रहे थे। इस बीच, सलमान ने फिल्म 'पार्टनर' के जरिए अपने पुराने कर्ज़ को चुकाया। इस फिल्म का निर्देशन डेविड धवन ने किया था और सलमान के भाई सोहेल खान ने इसे प्रोड्यूस किया। सलमान ने सोहेल से कहा कि गोविंदा को इस फिल्म में उनके साथ लिया जाए, और ऐसा ही हुआ। इस जोड़ी ने बड़े पर्दे पर कमाल कर दिखाया और फिल्म सुपरहिट साबित हुई।
गोविंदा और सलमान का पहला साथ
गोविंदा ने सलमान खान और आमिर खान की फिल्म 'अंदाज़ अपना अपना' में एक कैमियो किया था, जिसमें वह आमिर के साथ दिखाई दिए थे। दोनों 'सलाम-ए-इश्क' में भी साथ थे, लेकिन उनका कोई सीन नहीं था। इस तरह, 'पार्टनर' पहली फिल्म थी जिसमें दोनों बड़े सुपरस्टार एक साथ नजर आए।
You may also like
Duleep Trophy 2025: शार्दुल ठाकुर को मिली वेस्ट जोन की कमान, रहाणे-पुजारा को नहीं मिली टीम में जगह
अगर आप पर भी है भारी-भरकम चालान, तो ऐसे हो जाएगा आधा माफ
बिग ब्रदर सीजन 27: पहले तीन हफ्तों में हुए बड़े बदलाव
असम में मानव तस्करी पर शिकंजा; एक बड़े अभियान में 26 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के आरोप में ननों की ग़िरफ़्तारी, केरल बीजेपी क्यों है परेशान